महाविद्यालय में जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत विषय पर कार्यक्रम आयोजित
लोरमी// राजीव गांधी शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय लोरमी मे उच्च विभाग छत्तीसगढ़ शासन रायपुर तथा अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर के निर्देशानुसार जनजातीय समाज का गौरवशाली अतीत ( सामाजिक एवं सांस्कृतिक ) विषय पर कार्यक्रम आयोजित किया गया इस संदर्भ में डॉ नरेंद्र सलूजा ने बताया कि इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राजकुमार कश्यप शिक्षक व सामाजिक कार्यकर्ता ,शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेमरसल, विशिष्ट अतिथि नरेंद्र ध्रुव सरपंच ग्राम पंचायत मसना व जनजाति कार्य प्रमुख लोरमी तथा जितेंद्र सिंह श्री राम कंप्यूटर इंस्टिट्यूट संचालक सामाजिक कार्यकर्ता की गरिमामई उपस्थिति रही ।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ एन के ध्रुवे ने की ।कार्यक्रम के संयोजक डॉ एच एस राज एवं सह संयोजक प्रो निधि सिंह थे।कार्यक्रम के आरम्भ में राष्ट्रगान ,राजकीय गीत सरस्वती वंदना भानु ,तुलसी पूर्णिमा जायसवाल ,के द्वारा प्रस्तुत किया गया । स्वागत भाषण में प्राचार्य डॉ ध्रुवे ने कहा कि भारत का जनजातीय समाज का एक गौरवशाली और समृद्ध अतीत रहा है, जो भारतीय इतिहास, संस्कृति और स्वतंत्रता संग्राम का एक अभिन्न अंग है। उनका इतिहास मुख्यधारा के इतिहास से कहीं पुराना है, जिसमें उनके अद्वितीय जीवनशैली, प्रकृति के साथ सहजीवन और देश के प्रति बलिदान की गाथाएं शामिल हैं। मुख्य अतिथि राजकुमार कश्यप ने कहा कि बिरसा मुंडा एक भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और लोक नायक थे, जिन्हें 'धरती आबा' (पृथ्वी के पिता) के रूप में भी जाना जाता है। उन्होंने 19वीं सदी के अंत में ब्रिटिश शासन के खिलाफ मुंडा समुदाय का नेतृत्व किया और भूमि अधिकारों, सांस्कृतिक पहचान और सामाजिक न्याय के लिए 'उलगुलान' (विद्रोह) का नेतृत्व किया।
विशिष्ट अतिथि नरेंद्र ध्रुव ने छत्तीसगढ़ी भाषा में संबोधित करते हुए कहा कि जनजाति की अपनी अनूठी भाषा, रीति-रिवाज और लोक परंपराएं होती हैं। ये वाचिक परंपराओं के माध्यम से एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक हस्तांतरित होती हैं। जितेंद्र सिंह ने कहा कि जनजातियाँ हमेशा प्रकृति के करीब रही हैं और पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। वे वनोपज संग्रहण, शिकार और टिकाऊ कृषि पद्धतियों के माध्यम से अपनी आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत प्रिया,तुलसी,एवं सीमा के ग्रुप के द्वारा मनमोहक नृत्य लोकगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन डॉ एच एस राज ने तथा कार्यक्रम का संचालन प्रो अमित निषाद एवं डॉ गंगा गुप्ता के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के डॉ.एस.के.जांगड़े,पी.पी.लाठिया, डॉ.नरेन्द्र सलूजा, डॉ.आर.एस.साहू, प्रो.निधि सिंह, डॉ.अर्चना भास्कर, प्रो.नितेश गढ़ेवाल, प्रो.विवेक साहू, प्रो.महेन्द्र पात्रे, प्रो.हेमा टंडन, प्रो. देवेंद्र जायसवाल, आर.के.श्रीवास्तव, एन.आर.जायसवाल, पुर्नेश जायसवाल, गंगाराम जायसवाल, श्रीमती सुषमा उपाध्याय, डॉ.गंगा गुप्ता, प्रो.अमित निषाद, प्रो.मनीष कश्यप प्रो.श्रेया श्रीवास्तव, प्रो.सुषमा डहरिया, प्रो.गुरुदेव निषाद, प्रतापभानु शर्मा, भागबली जायसवाल, अविनाश साहू सोनू यादव, मुकेश यादव, उमाशंकर राजपूत, जितेन्द्र दूबे, नरेन्द्र ध्रुव, भारत ध्रुव, सुबुद्धि यादव आदि उपस्थित थे।














0 टिप्पणियाँ