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झोला छाप डाक्टर के गलत इलाज से आदिवासी महिला की मौत,परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

 झोला छाप डाक्टर के गलत इलाज से आदिवासी महिला की मौत,परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

कोई  वैध दस्तावेज नही होने से,अवैध रूप से  संचालित क्लिनिक को प्रशासन ने किया सील 

पिछले तीन सालों  से अवैध रूप से संचालित था लाइफ लाइन क्लिनिक

 ◆ जाँच मे पता चला की'लाइफ लाइन क्लिनिक' का लायसेंस 2020 मे ही  समाप्त हो गया था 

सीतापुर -अपने पैर दर्द का इलाज कराने लाइफ लाइन नामक  झोला छाप डाक्टर के पास आयी आदिवासी महिला का  इलाज के दौरान मौत।

झोला छाप डाक्टर द्वारा महिला को  भर्ती कर   इलाज के नाम पर उसे बॉटल लगाया गया था ,इसी बीच उसकी तबियत अचानक बिगड़ी और उसकी सांसे फूलने लगी तभी वह बेहोश हो गयी। महिला की बिगड़ता हालत देख इलाज कर रहे झोला छाप डाक्टर निर्मल मिश्रा ने आनन फानन मे उसे अपनी गाड़ी मे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा और वहा उसे रख कर फरार हो गया। अस्पताल में मौजूद डाक्टरों ने जब महिला की  जांच कि तो उसे मृत घोषित कर  दिया और कहा की आधा घंटा पहले ही  इसकी मौत हो चुकी है । यह सुनते ही परिजनों होश उड़ गये और  रोने पीटने लगे तथा झोला छाप डाक्टर पर कार्यवाही की मांग करने लगे । तत्पश्चात मामले की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी गयी ।मौके पर  पहुँचे एस डी ओ पी धुर्वेश जयसवाल एव थाना प्रभारी ने  मर्ग कायम कर परिजनों का बयान लेकर शव पोस्टमार्टम हेतु सौप आगे का कार्यवाही मे जुट गये है ।

प्राप्त जानकारी के  अनुसार बुधवार को दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब काराबेल इमली पारा निवासी आदिवासी महिला 45 वर्षीय   अनिता लकड़ा पति बालेश्वर लकड़ा उर्फ़ बाले अपने बेटी  दामाद के  साथ अपने पैर दर्द का इलाज कराने कदमचौक स्थित लाइफ लाइन क्लिनिक( डा. मिश्रा क्लिनिक ) आयी थी। 

 महिला की इलाज करवाने साथ मे आये बेटी दामाद ने बताया की, डाक्टर निर्मल मिश्रा ने मेरी माँ  को  चेक किया और भर्ती करके  इलाज करने के नाम पर बॉटल चढ़ाने लगा । इस बीच उसकी अचानक तबियत बिगड़ी और उसकी सांसे फूलने लगी तथा बेहोश हो  गयी।इससे पहले की हम कुछ समझ पाते   ,  डा.मिश्रा व उसके स्टॉफ जोर जोर से मरीज का सीना दबाने लगे ,पर कोई हरकत नही हुआ। जिसे आनन फानन मे डा.मिश्रा अपनी गाड़ी मे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र  पहुंचा और  उसे वही छोड़ कर भाग खड़ा हुआ। उन्होंने आगे बताया की  हमलोग पैदल चलकर अस्पताल पहुँचे तब जाकर डाक्टर को बुलाकर लाये। जहा डाक्टरो ने चेक करने के बाद  मृत घोषित कर दिया ।और  बताया की आधा घंटा पहले हि इसकी मौत हो  चुकी है । परिजनों ने डा.मिश्रा पर गलत इलाज करने का  आरोप लगाते हुए  महिला के  मौत का जिम्मेदार बताया है ।फिलहाल इस घटना से परिजन सदमे में  है। उन्होंने मामले की रिपोर्ट थाने में  दर्ज करा दोषी डाक्टर के विरुद्ध कार्यवाही की मांग किया  है। मौके पर  पहुंची  पुलिस ने घटना की जानकारी  वरिष्ठ अधिकारियों को  दिया ।

 एस डी एम रवि राही -- घटना संज्ञान में आते ही मेरे द्वारा, तहसीलदार,डाक्टर,पुलिस  की एक टीम गठित कर लाइफ लाइन क्लिनिक( डा.मिश्रा) मे भेजा गया।जहा  जाँच टीम ने  प्रथमदृश्या बगैर लायसेंस के  अवैध रूप से  क्लिनिक संचालन का मामला पाया,क्लिनिक का लायसेंस सन 2020 मे ही  समाप्त हो चुका था।,इस तरह बगैर लायसेंस विगत तीन साल से क्लिनिक संचालित था।  तथा क्लिनिक संचालन का  कोई वैध दस्तावेज  नही होने से क्लिनिक सील  कर दिया। आगे की कार्यवाही जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार किया जायेगा।

 एस डी ओ पी,ध्रुवेश जयसवाल--  मामले में पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम पश्चात परिजनों को सौप दिया है तथा  आगे की कार्यवाही पीएम रिपोर्ट आने के  बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार किया जायेगा ।

पूर्व मे भी हो चुका है  डा.मिश्रा क्लिनिक में ऐसी घटना -नगर के प्रतिष्ठित व्यक्ति के  लड़के का तबियत बिगड़ने पर उसे डा.मिश्रा के क्लिनिक ले गये जहा   उपचार के  दौरान उसकी मौत हो  गयी थी। जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ और प्रशासन ने  क्लिनिक सील कर दिया था ।पर कुछ दिन बाद पुनः क्लिनिक चलू हो गया।

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